हूल दिवस के अवसर पर झारखंड मुक्ति मोर्चा जिला कार्यालय तथा बस स्टैंड समीप सिद्धो कानहो पार्क में स्वतंत्रता संग्राम के वीर सपूतों को श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया।
आज झामुमो जिला कार्यालय एवं सिधो-कान्हू पार्क, बस स्टैंड में प्रथम स्वतंत्रता संग्राम 1855 के महानायको सिधो-कान्हू, चाँद-भैरव एवं फूलों झानो सहित हज़ारो शहीदों को श्रद्धासुमन विधायक गिरिडीह सदर सुदिव्य कुमार सोनु एवं जिलाध्यक्ष झामुमो संजय सिंह द्वारा अर्पित किया गया। सिधो-कान्हू पार्क में आदिवासी छात्रसंघ द्वारा आयोजित श्रद्धांजलि सभा कार्यक्रम की शुरुआत विधायक गिरिडीह सदर, जिलाध्यक्ष संजय सिंह, जिला सचिव महालाल सोरेन, हिंगामुनि मुर्मू ने दीवप्रज्जवलित कर किये। मा० विधायक ने संबोधित करते हुए कहे कि इतिहासकारों द्वारा झारखंड संताल के अमर शहीदों को अनदेखा कर 1857 स्वतंत्रता आंदोलन को प्रथम बताया गया परन्तु इस पर विवाद हमेशा से है। हुल विद्रोह 1855 में शुरू हुई और इसमें संथाल परगना के हज़ारों आदिवासियों ने जल, जंगल, जमीन की रक्षा हेतु अपना सर्वस्व लुटा दिए। आज के दिन उन शहीदों के चरणों मे सादर नमन व श्रद्धांजलि अर्पित है। साथ ही मा० विधायक ने कहा कि अगले साल तक इस सिधो-कान्हू पार्क में सिधो-कान्हू की प्रतिमा स्थापित करने की घोषणा की। श्री सिंह ने कहा कि हुल दिवस संथाल क्रांति का प्रतीक है |सिधो-कान्हू के नेतृत्व में 30 हजार आदिवासियों ने अपने जल, जंगल, जमीन की रक्षा हेतु अपना बलिदान दे दिए उन्ही अमर शहीदों की परिकल्पना है ये झारखंड राज्य! इस राज्य को हमलोगों के पूर्वजों ने लड़ कर लिया है। सभी शहीदों को नमन है।
मौके पर महालाल सोरेन, ज्योतिंद्र प्रसाद, हलधर राय, दिलीप मंडल, दिलीप रजक, प्रमिला मेहरा, हिंगामुनि मुर्मू, रवि वर्मा, राजेश सिंह, अभय सिंह, ज़ाकिर हुसैन, मेहताब मिर्ज़ा डब्लू, टुन्ना सिंह, राहुल कुमार, गोपाल शर्मा, मो० ताज, देवराज, सुमित कुमार, पप्पू रजक, योगेंद्र सिंह एवं आदिवासी छात्रसंघ गिरीडीह आध्यक्ष प्रदीप सोरेन, सचिव मदन हेम्ब्रोम, सामाजिक कार्यकर्ता दिलीप मुर्मू, अनिल हेम्ब्रोम ओर सामाजिक कार्यकर्ता वकील दा भी मौजूद रहे |
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