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2200 से अधिक शिक्षकों को सम्मानित कर एक बार फिर पासवा ने हजारीबाग में कीर्तिमान स्थापित किया

2200 से अधिक शिक्षकों को सम्मानित कर एक बार फिर पासवा ने हजारीबाग में कीर्तिमान स्थापित किया
*झारखंड सरकार के वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव,पासवा झारखण्ड प्रदेश चेयरमैन आलोक कुमार दूबे की उपस्थिति ने समारोह को और गरिमामय  बनाया*
*प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया से दरख्वास्त करेंगे निजी विद्यालय के शिक्षकों को सम्मानित करे सरकार - डॉ रामेश्वर उरांव*
*निजी स्कूलों के शिक्षक के बिना समाज का निर्माण असंभव, सरकार उन्हें भी सम्मानित करए- डॉ रामेश्वर उरांव*
*शिक्षित समाज के निर्माण के लिए शिक्षकों का सम्मान आवश्यक: डॉ रामेश्वर उरांव माननीय मंत्री*

*शिक्षक ही हैं आदर्श समाज के शिल्पकार: डा रामेश्वर उरांव*

*झारखंड की शिक्षण व्यवस्था को सुदृढ़ करने में निजी विद्यालयों की शिक्षकों की भूमिका महत्वपूर्ण; निजी विद्यालयों के साथ संवेदनशील हो सरकार: आलोक कुमार दूबे  प्रदेश अध्यक्ष पासवा*

*बच्चों को मोबाइल से दूर और पुस्तकों से जोड़ने की आवश्यकता: बिपिन कुमार*

*मूल्य आधारित शिक्षा ही समाज के लिए आवश्यक: नीरज सहाय*

*शिक्षक दिवस के अवसर पर हजारीबाग जिला पासवा ने 2200 से अधिक शिक्षकों को सम्मानित का इतिहास रचा।*
प्राइवेट स्कूल्स एण्ड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन के तत्वाधान में जिला स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन टाऊन हॉल हजारीबाग में किया गया ।
प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन पासवा  द्वारा आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में राज्य के वित्त एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव, उद्धघाटन कर्ता पासवा झारखण्ड के चेयरमैन आलोक कुमार दूबे,आयोजक प्रदेश पासवा उपाध्यक्ष बिपीन कुमार,पासवा के प्रदेश महासचिव नीरज कुमार, हजारीबाग जिला अध्यक्ष ज्ञानेश्वर दयाल,मींकू प्रसाद,मेघाली सेन गुप्ता,उमेश मेहता सहित पासवा के प्रदेश स्तरीय पदाधिकारी गण सम्मिलित हुए।
कार्यक्रम का उद्घघाटन झारखंड के वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव व प्रदेश पासवा अध्यक्ष आलोक कुमार दूबे ने कार्यक्रम की शुरुआत पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन को श्रद्धा सुमन अर्पित कर एवम दीप प्रज्वलित कर किया।इसके पूर्व विभिन्न स्कूली बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया।
झारखंड के वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने कहा सरकार माने या ना माने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तो निजी विद्यालय ही देते हैं। प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया को दरख्वास्त देंगे कि सरकारी विधालय के शिक्षकों का सम्मान हो अच्छी बात है, लेकिन निजी विधालय के शिक्षकों को क्यों छोड़ दिया जाता है।समाज को रौशनी दिखाने में निजी विद्यालय के शिक्षकों की भूमिका सबसे अधिक है फिर उन्हें सम्मानित होने से सरकार क्यों वंचित रखती है, उन्हें भी केन्द्र व राज्य सरकार सम्मानित करे।शिक्षकों के योगदान पर चर्चा करते हुए डॉ उरांव ने कहा पूरे विश्व के समाज के निर्माण में शिक्षकों की अहम भूमिका है।माता पिता अपने बच्चों को शिक्षकों के पास छोड़ जाते हैंं, नहीं पढ़े लिखे माता पिता के बच्चों को शिक्षक ही संवारते हैं, उन्हें शिक्षित करते हैं,आईएएस और आईपीएस बनाते हैं।मैं स्वयं इसका उदाहरण है।अर्थशास्त्र जैसे कठिन विषय में शिक्षा ग्रहण करना सिर्फ शिक्षक की वजह से ही मैं पूरा कर पाया और एक साधारण से परिवार में जन्म लेकर इन्हीं निजी विद्यालय के शिक्षकों की वजह से आईपीएस की नौकरी प्राप्त कर सेवा करने का मौका मिला।इस अवसर पर व्यक्ति के जीवन में शिक्षक के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज कोई भी व्यक्ति समाज के जिस पद पर भी पहुंचा है निश्चित रूप से उसमें उन शिक्षकों का ही योगदान है जिन्होंने उन्हें गढ़ा है। अपने विद्यार्थी जीवन के संस्मरण को सुनाते हुए उन्होंने कहा कि वह खुद अपने प्राइमरी कक्षा से उच्च कक्षा तक के पढ़ाई के शिक्षकों के योगदान को नहीं भूल सकते और प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन काल में जो भी शिक्षक गण आए हैं उनका सम्मान करना चाहिए। उन्होंने शिक्षकों के कर्तव्यों को भी समझाते हुए कहा कि प्रत्येक शिक्षक की या जिम्मेवारी है कि वह अपने कर्तव्यों का निर्वहन इस तरह से करें कि समाज के लिए आदर्श नागरिक बन सके तभी देश प्रगति कर सकता है।
उन्होंने प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन की प्रशंसा करते हुए कहा कि निश्चित रूप से निजी विद्यालयों के शिक्षक भी सम्मान के हकदार हैं और पासवा राज्य में बड़े-बड़े शिक्षक सम्मान आयोजित कर उनका मनोबल बढ़ाने का पुनीत कार्य कर रहा है। जब शिक्षक सम्मानित होंगे तो उनका मनोबल बढ़ेगा और तभी वह पूरे मन से समाज को गढ़ने का कार्य करेंगे।
        पासवा के प्रदेश अध्यक्ष  आलोक कुमार दूबे ने कहा कि 2011 में पासवा की  स्थापना हुई थी तभी से संगठन द्वारा शिक्षकों और विद्यार्थियों का प्रोत्साहन के लिए सम्मान समारोह का आयोजन किया जाता है इसके माध्यम से शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रहे लोगों को पासवा सम्मानित करती है और उनका हौसला अफजाई करती है आज का यह कार्यक्रम निश्चित रूप से ऐतिहासिक है और झारखंड में शिक्षा के क्षेत्र में बहुमूल्य योगदान करेगा।जो शिक्षक सम्मानित हो रहे हैं वह बेहतर समाज का निर्माण करेंगे ।
उन्होंने निजी विद्यालयों को आरटीई की कठिन शर्तों से हो रही परेशानियां पर विचार व्यक्त करते हुए स्पष्ट तौर पर कहा कि निजी विद्यालय झारखंड में ग्रामीण शिक्षण व्यवस्था की रीढ़ हैं यह बहुत ही सीमित संसाधन में शिक्षा प्रदान करते हैं, इन पर कठिन शर्तों की बजाय इनका उत्साह वर्धन आवश्यक है और वह सरकार से उनकी मांगों को रखेंगे ताकि निजी विद्यालय के संचालन में किसी तरह की परेशानी ना हो।
प्रदेश उपाध्यक्ष बिपीन कुमार ने छात्रों में रीडिंग हैबिट पर बल देने पर बात की। उन्होंने कहा की बदलती परिस्थिति में बच्चों को किताब से जोड़ने की आवश्यकता है। किंतु वर्तमान स्थिति में शिक्षा में मोबाइल फोन का इस्तेमाल एक बड़ी चुनौती है।  इसका व्यापक असर बच्चों में हो रहा है उन्होंने कहा कि इंटरनेट से कई जानकारियां हमें मिल रही है इसका सदुपयोग भी हो रहा है लेकिन अभिभावकों को हमेशा ही बच्चों पर ध्यान देने की आवश्यकता है और बिना काम के उनके हाथों में मोबाइल नहीं दिया जाना चाहिए,सोने के वक्त कमरे से फोन को दूर रख रखना चाहिए। बच्चों को किताब पढ़ने की आदत डालनी होगी और शिक्षक इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
इस अवसर पर लगभग 200 से अधिक प्रिंसिपल एवं डायरेक्टर को भी एक मंच पर सम्मानित किया गया। तथा हजारीबाग के विभिन्न क्षेत्रों से आए 2200  से अधिक निजी विद्यालयों के शिक्षकों को सीमित संसाधन में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए मोमेंटो, सर्टिफिकेट एवं अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया। सम्मानित शिक्षकों ने पासवा के कार्यों की भूरि भूरि प्रशंसा की।
 समारोह को संबोधित करने वालों में बोकारो जिला के विद्या गौतम,चतरा जिला अध्यक्ष प्रवीण प्रकाश, गिरीडीह जिला से अजय कुमार सिन्हा,कोडरमा जिला से श्रीमती गुंजन देवी, हजारीबाग पासवा के विधा बख्शी, तृप्ति दास, उपासना कुमारी, स्वाति कुमारी आदि प्रमुख थे।
कार्यक्रम का संचालन पासवा जिला महासचिव मींकू प्रसाद ने किया।रांची से आये पासवा वोलेंटियर्स मनीष पाठक,अनिकेत कुमार,माणिक पाठक,अमन कुमार,रौशन कुमार ने कार्यक्रम संचालन में सहयोग किया।
हजारीबाग स्कूल के बच्चों ने वेलकम सांग, सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर शिक्षकों का स्वागत किया गया।स्कूलों के बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत कर उपस्थित मुख्य अतिथि शिक्षकों एवं दर्शकों, का मन मोह लिया सभी कार्यक्रम एक से बढ़कर एक थे दर्शन मंत्र मुग्ध हो कर उनके कार्यक्रमों का आनंद ले रहे थे। 
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में चतरा से नीरज सहाय , हजारीबाग से बिपीन चतरा प्रवीण प्रकाश,बोकारो विद्या गौतम,चतरा से बच्चन पाण्डेय, आदित्य गुप्ता, रघुवीर राम,मेंहुल दूबे,अनिकेत कुमार,माणिक पाठक,अमन कुमार,रौशन कुमार की भूमिका सराहनीय रही।

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