भगत सिंह के विचार को पहले क्लास से ही पाठ्यक्रम में सामिल किया जाना चाहिए - राजेश सिन्हा
शहीद सप्ताह की शुरुवात भगत सिंह के विचारो से युवा को जोड़ेगा माले
गिरिडीह ---- माले के गिरिडीह विधानसभा प्रभारी की अगुवाई में आज नगर कमिटी के साथीगण, भगतसिंह चौक पर पहुंच कर माल्यार्पण किया और नारे लगाए । शहीद भगत सिंह के विचारो को पढ़ा और युवाओं को भी इस विचारो से जुड़ने के लिए आवाहन किया गया।
सितंबर 1907 में जन्म लिए थे महान भगत सिंह केवल 23 साल की उम्र में अपने विचारो का लोहा मनवा लिया था । 23 मार्च 1931 को भगत सिंह को फासी लग गई थी । इनके साथ दो और महान क्रांतिकारी महान सुखदेव और महान राजगुरु को भी लाहौर सड़यंत्र में फासी मिली थी । भगत सिंह के विचार आज के युवा नही पढ़ पा रहे है । जिस उम्र में लोग धर्म की कट्टर व्यवस्था में जी रहे है, खुद को भुला कर धार्मिक उन्माद फैलाने वाले नेताओं का चक्कर युवा लगा रहे है । मोबाईल में वॉट्सएप यूनिवर्सिटी ज्वाइन कर के हो हल्ला में लगे है ।उसी उम्र में देश के लुटेरे अंग्रेज और देश को तोड़ने वाले अंग्रेज को भगत सिंह जैसे क्रांतिकारी विचार देश से भगा रहे थे । देश से खदेड़ने की योजना बना रहे थे, आज देश में वही स्थिति है अब देश में गोरे अंग्रेज नही काले अंग्रेज हावी हो रहे हैं जिसे लाल झंडा ही सुधार सकता है । आज मुख्य रूप से उज्जवल साव, मो एकराम और संजय यादव ने कहा कि गांव - गांव, घर घर में महान शहीद भगत सिंह के विचारो को पहुंचाएंगे । मौके पर मो चांद, सन्नी, गुड्डू साव, इस्लाम, इदरीश, सोनू कुमार, राजू कुमार, विजय यादव, दिवाकर पंडित आदि सामिल थे।
0 Comments