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झारखंड/ साहिबगंज
मानव तस्करी को रोकने के लिए मुक्ति साउथ एशिया परियोजना के अंतर्गत साहेबगंज के जिला समाज कल्याण विभाग, सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, JSLPS, बाल कल्याण समिति, किशोर न्याय बोर्ड, सभी बाल संरक्षण गृह संचालक, श्रम अधीक्षक, जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं अन्य संस्थाओं के साथ एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन झारखंड विकास परिषद संस्था के द्वारा जिला विकास भवन में आयोजित किया गया।
इस कार्यशाला का मुख्य मुद्दा मानव तस्कर,बाल संरक्षण एवं उससे जुड़े सभी हितधारकों के बीच समन्वय स्थापित करना था ताकि बाल अधिकार को संवेदनशीलता के साथ संबोधित किया जा सके एवं साथ ही मानव और बाल तस्करी की घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सकें।
इस क्रम में हितधारकों ने मानव तस्करी, बाल संरक्षण एवम स्रोत और गंतव्य स्थान के बीच समन्वय स्थापित करने पर बल दिया ।
कार्यक्रम उपायुक्त राम निवास यादव और पुलिस अधीक्षक नौशाद आलम की अध्यक्षता में हुई। बाल अधिकार विशेषज्ञ सत्य प्रकाश ने बाल संरक्षण के अंतर्गत किशोर न्याय अधिनियम 2015, IPC की विभिन्न धाराएं, मानव तस्करी के अंतर्गत परिभाषा , विभागीय दिशा निर्देश के बारे में विस्तार से बताया गया। इसके अलावा उन्होंने बताया कि सभी विभागीय हितधारकों को एकजुट होकर कार्य करना बहुत ही आवश्यक है जिसके फलस्वरूप हम आसानी से मानव तस्करी की रोकथाम कर सकें। इस कार्यक्रम में कुल 60 से ज्यादा हित कार्य धारकों ने भाग लिया।
पुलिस अधीक्षक नौशाद आलम ने झारखंड विकास परिषद और सत्य प्रकाश जी को आभार व्यक्त करते हुए बताया कि ट्रैफीकर हमारे समाज से ही होते है और वो बच्चियों को लालच देकर और फंसाकर बाहर ले जाते है इसलिए हम सभी को उनका पहचान करना बहुत ही आव्यशक है ।
बच्चों के संरक्षण और मानव तस्कर को रोकने के लिए पुलिस को संवेदनशील होना जरूरी है और साथ साथ समाज के लोगो को भी जागरूक करना बहुत जरूरी है जिसके लिए गैर सरकारी संस्थायें समुदाय में जागरूक कार्यक्रम चलाकर लोगों को जागरूक कर सकते है। उन्होंने वीगत तीन वर्षों में पुलिस द्वारा किये गए कार्यों के बारे में भी बताया। समूहिक प्रयास से इस विषय पर काम करने पर भी बल दिया। कार्यक्रम कि समाप्ति उपस्थित सभी हितधारकों की धन्यवाद ज्ञापन के साथ साथ राष्ट्रय गान गाकर किया गया ।
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