ईसाई धर्मावलंबी लोगों ने अपने पूर्वजों को दी श्रद्धांजलि,,
शांति के लिए की प्रार्थना,,
सज्जन कुमार गर्ग
जमालपुर।ईसाई समुदाय के लोगों में दो नवंबर का दिन विशेष महत्व का दिन हैं इस दिन समुदाय के लोग अपने पूर्वजों के आत्मा की शांति के लिए कब्र के स्थान पहुंचते हैं ओर श्रद्धा पूर्वक पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस संबंध में जानकारी देते हुए राकेश माइकल,जेवियर्स जोसफ़ात,विलियम्स सोरेन पीयूष,जुड़ा सेंड,अचल बेक,रोहन माइकल,ने बताया कि नवंबर महीना को संतों का महीना माना जाता है इसलिए हर वर्ष दो नवंबर के दिन सभी ईसाई समुदाय के लोगों द्वारा अपने-अपने पूर्वजों के आत्मा की शांति के लिए उनके कब्र के समीप पुष्प अर्पित करते हुए मोमबत्ती जलाकर आशीष पानी चढ़ाया जाता है।इसके उपरांत फादर द्वारा प्रार्थना सभा का आयोजन किया जाता है। जिसकी तैयारी समुदाय के लोगों द्वारा पूर्व से की जाती है।वही संत जोसेफ चर्च के फादर एंड्रयू राजा एवं बरियारपुर के फादर जय बालन ने संयुक्त रूप से पवित्र ग्रंथ बाइबिल के माध्यम से समुदाय के लोगों के बीच संदेश दिया गया कि मनुष्य का शरीर मिट्टी का है और इंसान को मिट्टी में ही मिलना है। इसलिए आपस में सद्भाव रखना चाहिए किसी द्वेष एवं दूरभावना से प्रेरित होकर कार्य नहीं करना चाहिए। इस मौके पर ईसाई धर्मावलंबी के अनेक लोग उपस्थित थें।
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